पांढुर्णा
पांढुर्णा जिले की आशा उषा कार्यकर्ताओं को पिछले 3 माह से वेतन नहीं मिलने से उन्होंने सोमवार को आक्रोश रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर दिया। सभी ने मुख्यमंत्री के नाम नायब तहसीलदार संध्या रावत को ज्ञापन सौंपा।
टुकड़ों में देते है मानदेय –
आशा उषा कार्यकर्ता महिला संगठन की प्रदेश अध्यक्ष नर्मदा ठाकरे का कहना है कि मप्र शासन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग आशा उषा कार्यकर्ताओं को 3 माह से वेतन नहीं दिया है। यदि मानदेय देने की बारी आती है तो टुकड़ों में मानदेय दे रहे है।
राज्य कर्मचारी का दे दर्जा –
आशा उषा कार्यकर्ता संगठन की जिला अध्यक्ष विजया बागड़े का कहना है कि उनको राज्य कर्मचारी घोषित करे। ओर रिटायरमेंट की अवधि 62 साल की रखे। लेकिन 55 साल में ही सेवानिवृत्ति दी जा रही है।
महिलाओं का आरोप नहीं देते मानदेय की जानकारी –
महिलाओं ने यह भी कहा कि स्वास्थ विभाग के अधिकारी भुगतान की जानकारी आशा उषा कार्यकर्ताओ को नहीं देते है। जिससे उनको कौनसे माह का कौनसा मानदेय है। इसकी जानकारी नहीं मिलती।









