पांढुर्णा ( मप्र ):-
भोपाल से नागपुर की ओर जा रही सुपरफास्ट जी टी एक्सप्रेस ट्रेन में एक महिला की मौत होने का मामला रविवार को सामने आया। जीआरपी की मदद से ट्रेन को पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पर रोका जहा से महिला को पांढुर्णा सिविल अस्पताल में लाया लेकिन डॉक्टर जितेश गोन्नाडे ने महिला को मृत घोषित कर दिया। महिला का नाम कछुबाई पति काशीनाथ लोहार है। जिसकी उम्र 68 साल है। जो होशंगाबाद की निवासी है।
होशंगाबाद से वारंगल जा रहे थे सभी :-
मृतक और उनके परिजन होशंगाबाद से वारंगल जाने के लिए होशंगाबाद से जीटी ट्रेन में सवार होकर निकले थे। लेकिन ट्रेन पांढुर्णा रेलवे स्टेशन पहुंचने के पहले ही मृतक के परिजन महिला को नींद से उठाने की कोशिश की लेकिन महिला नहीं उठ सकी। हालांकि ट्रेन को रोककर महिला को पांढुर्णा सिविल अस्पताल लाया तो चिकित्सक ने उसे अमृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने किया पीएम कराने से इंकार ,साथ ले गए शव :-
मृतक के परिजनों ने पीएम कराने से जीआरपी को इंकार कर दिया। मृतक के परिजन ने जीआरपी को लिखित आवेदन प्रस्तुत करके मृतक महिला पीएम नही कराने की गुहार लगाई । जिससे जीआरपी द्वारा शव परिजन को सौंपकर परिजन शव को अपने साथ होंगाबाद लेकर गए।
दमा की बिमारी से ग्रस्त थी महिला :-
मृतक महिला द्वारा जीआरपी और डॉक्टर को दिए बयान में कहा है की मृतक महिला दमा बीमारी की बिमारी से ग्रस्त थी। जिसकी दवाई शुरू थी लेकिन चलती ट्रेन में वह नींद में सोते ही रही । उसके बाद उसकी आंखे ही नहीं खुली। इसलिए डॉक्टर भी महिला की मौत का कारण दमा से होना बताया जा रहा हैं।
